आईएएस अफसर बनीं बी चंद्रकला UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में कितने अंक लाकर ?
AS B Chandrakala: बी. चंद्रकला को सिविल सेवा परीक्षा(CSE 2007) में जानिए कितने अंक मिले, जिससे वह 2008 काडर की आईएएस बनीं.
चंद्रकला को कितने अंक मिले
तेलंगाना के करीमनगर की मूल निवासी चंद्रकला (IAS B. Chandrakala) वर्ष 2007 की सिविल सेवा परीक्षा में बैठीं थीं. उनका रोल नंबर 015080 रहा. इस परीक्षा में उन्हें 409 वीं रैंक मिली थी. कुल 2300 अंकों की परीक्षा ( लिखित और पर्सनैलिटी टेस्ट) में उन्हें 1234 अंक मिले थे. चंद्रकला ने इंटरव्यू में तीन सौ में से 156 अंक हासिल किए, जबकि 2000 की लिखित परीक्षा में 1078 मिले थे. अगर विषयवार अंकों की बात करें तो दो सौ अंक की निबंध परीक्षा में 104 अंक, तीन-तीन सौ अंक के सामान्य अध्ययन के दो प्रश्न पत्र में क्रमशः 194 और 160 अंक मिले. इसी तरह प्रथम वैकल्पिक विषय के दोनों प्रश्नपत्र(300-300 अंक) में 143, 179 अंक मिले, जबकि दूसरे वैकल्पिक विषय के दोनों प्रश्नपत्रों में क्रमशः 136 और 162 अंक मिले. इस प्रकार कुल 2078 की लिखित परीक्षा में उन्हें 1078 अंक मिले
बात 2014 की है. जब 2008 काडर की आईएएस बी चंद्रकला बुलंदशहर में डीएम थीं. उस दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर मानो तूफान की तरह वायरल हुआ था, जिसने चंद्रकला को सोशल मीडिया की सनसनी बना दिया. इस वीडियो के बाद उनकी ख्याति ईमानदार आईएएस अफसर के रूप में बनी. दरअसल, उस वीडियो में वह ईंट से ईंट तोड़कर सड़क निर्माण की खराब गुणवत्ता का भंडाफोड़ कर रहीं थीं. इस दौरान ठेकेदार और इंजीनियर को सरेआम फटकार लगा रहीं थीं. बार-बार कर रहीं थीं कि भ्रष्टाचार करते... शर्म नहीं आती... बी चंद्रकला ने नगरपालिका के विकास कार्यों की जांच के दौरान पाया था कि घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. इसके बाद उन्होंने ऐसे तेवर में मातहतों को फटकार लगाई कि उसका वीडियो वायरल हो गया था. लोगों ने 'डीएम हो तो ऐसा'-कहकर खूब यह वीडियो शेयर किया था. इसके बाद चंद्रकला के सोशल मीडिया फॉलोवर्स की तादाद बढ़ती गई. मेरठ में डीएम रहने के बाद मार्च 2017 से प्रतिनियुक्ति पर वह दिल्ली पहुंचीं और केंद्र सरकार में इस वक्त कार्यरत हैं.
पति की प्रेरणा से बनीं आईएएस
भले ही आज चंद्रकला खनन मामले में घिरीं हैं, मगर आईएएस बनने तक का उनका सफर जरूर प्रेरणादायी है. बी चंद्रकला की शादी हो चुकी थी. इंजीनियर पति ए रामुलु से शादी के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियां भी आ गईं थीं, मगर उन्होंने हार नहीं मानी. शादी के बाद डिस्टेंस लर्निंग से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. इसके बाद संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की. उन्हें उत्तर-प्रदेश का काडर मिला. तैयारी के लिए उन्हें पति से खासा सपोर्ट मिला था.